कौन-कौन मानता है की मां-बाप है तो दुनिया है

Jansampark Khabar
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    ज़िया खान  मोहम्मद सिराज के मां बाप की अहमियत उनकी जिंदगी में बहुत रही है। उनके माता-पिता ने सिराज के पीछे अपनी जिंदगी लगा दी। दिन रात एक कर बेटे को पढ़ाया लिखाया इस मुकाम पर पहुंचाया कि आज दुनिया बेटे के नाम से मां-बाप को जान रही है। मोहम्मद सिराज के पिता का नाम मोहम्मद गोस था, जो ऑटो रिक्शा चालक थे, और उनकी मां का नाम शबाना बेगम है, जो एक गृहणी हैं। शुरुआत में सिराज के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी, लेकिन फिर भीi उनके माता-पिता ने हमेशा उन्हें क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित किया। सिराज के पिता ने कठिनाइयों के बावजूद उनके क्रिकेट करियर को समर्थन दिया, और उनकी मां ने भी हमेशा उनके सपनों को पूरा करने में उनका हौसला बढ़ाया। सिराज की मेहनत और माता-पिता के बलिदानों ने उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम का प्रमुख तेज गेंदबाज बनने में मदद की।

मोहम्मद सिराज के पिता मोहम्मद गौस जो एक ऑटो रिक्शा चालक थे। उनका परिवार आर्थिक रूप से काफी कमजोर था, लेकिन इसके बावजूद उनके पिता ने सिराज के क्रिकेट करियर को पूरा समर्थन दिया। मोहम्मद गौस ने सिराज को क्रिकेट की ट्रेनिंग देने के लिए हरसंभव प्रयास किया, हालांकि उनकी खुद की आय सीमित थी। सिराज के करियर में उनके पिता की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण रही।
दुर्भाग्यवश, 2020 में मोहम्मद गौस का निधन हो गया, जब सिराज भारतीय क्रिकेट टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थे। सिराज को अपने पिता के निधिन की खबर ऑस्ट्रेलिया में ही मिली, लेकिन उन्होंने अपनी टीम के प्रति कर्तव्य को निभाते हुए सीरीज में खेलना जारी रखा, जो उनके लिए भावनात्मक रूप से बहुत कठिन समय था। जब वे इंडिया पहुंचे तो अपने पिता के
क ब्र पर गए और दुआएं मांगी। मोहम्मद सिराज अक्सर अपने इंटरव्यू में पिता को याद करते हुए इमोशनल हो जाते हैं और दिल की बात बताते हैं कि अगर माता-पिता ना होते तो शायद वह इस मुकाम पर आज नहीं होते!
मोहम्मद सिराज की जिंदगी से कई सबक मिलते हैं:
1. संघर्ष का महत्व: सिराज का सफर आर्थिक कठिनाइयों से भरा था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
2. परिवार का योगदान: उनके पिता मोहम्मद गौस का समर्थन और प्रेरणा उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
3. मेहनत और समर्पण: सिराज ने अपने सपनों को पाने के लिए कठिन मेहनत और समर्पण से सफलता हासिल की।
4. कठिनाइयों से उभरना: पिता के निधन के बावजूद सिराज ने अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता दी और शानदार प्रदर्शन किया।
5. धैर्य और स्थिरता: संघर्षपूर्ण परिस्थितियों में भी सिराज का धैर्य और आत्मविश्वास उन्हें आगे बढ़ाता रहा।
6. दृढ़ संकल्प: सिराज का जीवन यह दिखाता है कि यदि आप अपने सपनों के प्रति दृढ़ हैं, तो आप किसी भी परिस्थिति से उबर सकते हैं।
7. विनम्रता और कृतज्ञता: सफलता मिलने के बाद भी सिराज हमेशा अपने परिवार और कोचों के प्रति आभारी रहे।
8. समर्पण का फल: उन्होंने कई बाधाओं का सामना किया, लेकिन अंततः उनकी मेहनत ने उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम तक पहुँचाया।
9. सपनों को पूरा करना: सिराज का जीवन यह सिखाता है कि अपने सपनों को कभी मत छोड़ो, चाहे परिस्थिति कितनी भी कठिन हो।
10. प्रेरणा का स्रोत: उनकी कहानी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो सिखाती है कि कड़ी मेहनत और धैर्य से सब कुछ संभव है।

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