पाकिस्तान की बॉर्डर से लगे जिले फलौदी राजस्थान से ऑनलाईन सायबर फ्रॉड के अपराधी को कुक्षी पुलिस ने किया गिरफ्तार

Jansampark Khabar
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 धार इकबाल खत्री 

       आरोपी 3 दिन की पुलिस रिमाण्ड पर पुछताछ जारी


1.     अपराध क्रमांक 172/2024 धारा 420,406,409,120-बी,34 भादवि


2.     आरोपी अनिल पिता भागीरथ राम बिश्नोई उम्र 19 वर्ष निवासी ग्राम गांधीसागर पुलिस थाना बोझासर जिला फलौदी राजस्थान


 

फरियादी दर्पेश निमे ने रिपोर्ट किया की उसके साथ में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर रूपये की पांच लाख रुपये की ठगी की गई है फरियादी की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 172/2024 धारा 420,406,409,120-बी,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है ।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डाँक्टर श्री इन्द्रजीत बाकलवार एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस कुक्षी श्री सुनील कुमार गुप्ता कुक्षी ने सायबर फ्राड के माध्यम से, आनलाईन बैंक खातो मे धनराशि ट्रान्सफर करवाकर ठगी करनेवाले अन्तर्राज्यीय अपराधियो की पतारसी कर उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया है जिसके पालन मे थाना क्षेत्र मे थाना प्रभारी कुक्षी राजेश यादव ने इस प्रकार के आर्थिक अपराधो की पतारसी कर, आरोपियो की गिरफ्तारी करने हेतु कुक्षी पुलिस के सउनि चंचलसिंह के नेतृत्व मे विशेष टीम का गठन किया गया है। कुक्षी पुलिस की उक्त सायबर टीम द्वारा फेसबुक, इन्स्टाग्राम, व्हाट्सएप आदि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लगातार निगरानी रखी जा रही है एवं सायबर फ्राड करनेवाले आरोपियो का पता लगाकर उनकी गिरफ्तारी हेतु सम्पूर्ण भारत के अलग-अलग राज्यो से आरोपियो की गिरफ्तारी कर लगातार कार्यवाही की जा रही है। जनवरी 2024 मे कैनरा बैंक के अधिकारी दर्पेश पिता श्री शरदनारायणजी नीमे के साथ भी अज्ञात आरोपियो द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर इन्दिरा सिक्योरिटीज शेयर ट्रेडिंग प्लेटफार्म के नाम से विज्ञापन देकर शेयर ट्रेडिंग ने निवेश कर अत्यधिक लाभ कमाने का झांसा दिया गया। इन्दिरा सिक्योरिटी शेयर ट्रेडिंग मे पुरानी एवं सम्मानित फर्म है। आरोपियो ने इसी बात का फायदा उठाकर वास्तविक इन्दिरा सिक्योरिटीज से मिलता-जुलते नाम से फर्जी शेयर ट्रेडिंग प्लेटफार्म बनाया एवं उक्त फर्जी शेयर ट्रेडिंग प्लेटफार्म/एप्लीकेशन को बाम्बे स्टाक एक्सचेन्ज की वेबसाईट से लिन्क कर दिया था, जिससे बीएसई/एनएसई मे, किसी भी शेयर का, जो भी दैनिक भाव होता, वही भाव, आरोपियो के बनाये हुये फर्जी शेयर ट्रेडिंग एप्लीकेशन मे भी दर्शित होता था। फरियादी ने जब उक्त विज्ञापन लिन्क पर क्लिक किया तो आरोपियो ने फरियादी को स्वयं के बनाये हुये शेयर ट्रेडिंग के वाट्सऐप ग्रुप (A 140 Stock row price pulling group) मे जोड़ लिया जिसमे शेयर ट्रेडिंग के रोजाना टिप्स दिये जाते थे। कुछ समय बाद आरोपियो ने वाट्सएप ग्रुप मे फरियादी को स्वयं के बनाये हुये, फर्जी शेयर ट्रेडिंग एप्लीकेशन के माध्यम से, शेयर खरीदने- बेचने हेतु प्रोत्साहित किया तथा कहा कि उक्त फर्जी एप्लीकेशन मे, हम आपको वह शेयर भी खरीदारी के लिये उपलब्ध करवा देंगे जिन पर अपर सर्किट लगा हो, अर्थात जो शेयर, सामान्य रूप से शेयर मार्केट मे खरीदी-बिक्री हेतु उपलब्ध नही होते है, हमारे एप्लीकेशन के माध्यम से आप उन शेयरो मे भी ट्रेडिंग कर सकते है जिससे आपको बड़ा लाभ हो सकता है, तथा वाट्सएप ग्रुप मे एप्लीकेशन डाउनलोड करने का लिन्क दिया। फरियादी ने उक्त लिन्क के माध्यम से फर्जी शेयर ट्रेडिंग एप्लीकेशन को डाउनलोड कर लिया जिसमे फरियादी का बकायदा पंजीयन किया गया एवं केवायसी भी किया गया जिससे फरियादी को विश्वास हो जाये के वह अधिकृत शेयर ट्रेडिंग प्लेटफार्म से जुड़ रहे है। फरियादी दर्पेश नीमे द्वारा उक्त इन्दिरा सिक्योरिटीज के फर्जी एप्लीकेशन का सेबी की वेबसाईट से पंजीयन संख्या आदि का मिलान भी किया गया जो हूबहू असल इन्दिरा सिक्योरिटी शेयर ट्रेडिंग प्लेटफार्म से मिलता-जुलता था। फरियादी ने कई बार उक्त फर्जी एप्लीकेशन एवं बीएसई एवं एनएसई से शेयरो के भावो का मिलान भी किया लेकिन हर बार शेयरो का भाव सही पाये जाने से फरियादी को विश्वास हो गया कि वह सही शेयर ट्रेडिंग प्लेटफार्म के माध्यम से शेयर ट्रेडिंग कर रहे है। इसके बाद आरोपियो ने फरियादी को इन्दिरा कस्टमर केयर नामक वाट्सऐप ग्रुप में भी जोड़ लिया तथा बताया कि शेयर ट्रेडिंग संबंधी किसी भी असुविधा होने पर आप इस ग्रुप मे शिकायत भेज सकते है जिसका तुरन्त समाधान किया जायेगा। इसके बाद आरोपियो ने फरियादी को कुछ छोटे-मोटे शेयरो के सौदे करवाये जिसके लिये फरियादी से वाट्सएप ग्रुप मे दिये गये निर्देशानुसार अलग-अलग बैंक खातो मे पैसे डलवाये गये एवं फरियादी द्वारा, डाले गये पैसे के अनुरूप ही उक्त फर्जी शेयर ट्रेडिंग एप्लीकेशन मे शेयरो की खरीदी व दिये गये टिप्स के अनुसार बिक्री भी की गई जिससे फरियादी को लाभ भी हुआ। इसके बाद आरोपियो ने वाट्सएप ग्रुप मे सभी सदस्यो को मैसेज भेजा कि कौशल्या ट्रेडिंग का आईपीओ आनेवाला है जिसमे इन्वेस्ट करके आप बड़ा लाभ कमा सकते है। इसके बाद उक्त वाट्सएप ग्रुप मे आरोपियो द्वारा आपस मे चर्चा करके सभी सदस्यो को कौशल्या ट्रेडिंग के आईपीओ मे अधिक से अधिक धनराशि निवेश करने के बारे मे चर्चा कर प्रोत्साहित किया गया लेकिन शर्त रखी कि कम से कम 5,00,000 (अक्षरी पांच लाख) रूपये की धनराशि निवेश करना होगी, अधिकतम धनराशि निवेश की कोई सीमा नही रखी गई। आरोपियो द्वारा वाट्सएप ग्रुप के सदस्यो को बताया गया कि हमारे एप्लीकेशन के माध्यम से 5 लाख रूपये या अधिक की धनराशि निवेश करने पर हम आपको 71 रूपये प्रति शेयर के माध्यम से शेयर अलाटमेन्ट करवा देंगे तथा लिस्टिंग के बाद प्रत्येक शेयर पर 47 रूपये का लाभ होने की संभावना है। फरियादी दर्पेश नीमे द्वारा भी 5 लाख रूपये की बड़ी धनराशि की व्यवस्था कर आरोपियो के बताये अनुसार कोलकाता के बुन्नैई ट्रेडिंग कंपनी के खाते मे धनराशि ट्रान्सफर कर दी। आरोपियो द्वारा उक्त आईपीओ के शेयरो को बिक्री करने के लिये 10 दिन का होल्डिंग पीरियड बताया गया। इसके बाद पुनः आरोपियो ने एक और आईपीओ आईबीएल फायनेन्स कम्पनी मे निवेश करन हेतु वाट्स ग्रुप मे टिप्स दिये जिसमे न्यूनतम 55,00,000 (पचपन लाख) रूपये निवेश करने की शर्त रखी गई जिस पर फरियादी दर्पेश ने बहुत बड़ी रकम होने से निवेश करने में असमर्थता जताई जिस पर वाट्सएप पर फरियादी को कहा गया कि आप जितना भी अधिकतम निवेश कर सकते है उतना ही कर दीजिये तो फरियादी को शंका हुई और फरियादी ने स्वयं के द्वारा निवेश की गई धनराशि निकालने की बात की तो उन्होने रिफ्यूज कर दिया और वाट्सएप ग्रुप मे आरोपीगण आपस मे बातचीत करने लगे कि जिन सदस्यो ने 30 लाख रूपये से अधिक का निवेश किया है केवल उन्ही लोगो को ग्रुप मे रखा जायेगा तथा जिन्होने इससे कम राशि का निवेश किया है, उनके सारे निवेश बन्द कर दिये जायेंगे और उनके साथ आगे किसी तरह की ट्रेडिंग नही होगी। इसके बाद फरियादी को वाट्सएप ग्रुप से बाहर कर दिया गया। 10 दिन का लाकइन पीरियड समाप्त होने के बाद फरियादी ने जब अपने निवेश किये हुये पैसे वापस प्राप्त करने के लिये आरोपियो के फर्जी एप्लीकेशन मे रिक्वेस्ट भेजी तो आरोपियो ने कमाये हुये मुनाफे पर 20 प्रतिशत की आनुपातिक राशि टैक्स के रूप मे और देने की मांग रख दी। जिस पर फरियादी ने आरोपियो के बताये अनुसार टैक्स की राशि और जमा की लेकिन आरोपियो ने फरियादी को कोई भी रकम नही लौटाई एवं स्वयं के फर्जी एप्लीकेशन से बाहर कर दिया। इस प्रकार आरोपियो ने फरियादी से बड़ी रकम ठग ली थी। फरियादी द्वारा कुक्षी पुलिस से सम्पर्क किया गया जिस पर थाना प्रभारी कुक्षी राजेश चौहान के मार्गदर्शन मे कुक्षी पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक चंचलसिंह चौहान ने फरियादी दर्पेश नीमे के साथ मामले का बारीकी से अनुसंधान करते हुये राजस्थान के सरहदी इलाके, फलौदी से कोलकाता मे फर्जी बैंक खाता खुलवाने वाले को गिरफ्तार कर लिया है। प्रकरण के फरियादी दर्पेश नीमे की शैक्षणिक पृष्ठभूमि कम्प्यूटर साईन्स विषय से होने के कारण बैंकिग साफ्टवेयर एवं तकनीकी जांच मे बेहद सहयोग रहा है। सम्पूर्ण प्रकरण मे आरोपियो द्वारा सुव्यवस्थित रूप से, रैकेट बनाकर अन्तर्राज्यीय गिरोह का संचालन करना पाया गया है जिसमे कई स्तरो पर अलग-अलग टीमे काम कर बड़े पैमाने पर करोड़ो रूपयो की धोखाधड़ी को अन्जाम दे रहे है । गिरोह मुख्य रूप से पढ़े-लिखे, शेयर ट्रेडिंग करनेवालो को ही निशाना बनाता है जिनकी पहचान के लिये गिरोह द्वारा सोशल मीडिया साईट्स फेसबुक एवं इन्स्टाग्राम पर विज्ञापन भी दिये जाते है।


 


कुक्षी पुलिस द्वारा विस्तृत अनुसंधान के बाद कोलकाता जाकर फर्जी नाम-पते से बैंक खाता खुलवाकर करोड़ो रूपये खाते मे प्राप्त करनेवाले आरोपी को भारत-पाकिस्तान की सीमा पर स्थित गांव से पकड़कर लाया गया है। आरोपी सुनसान रेगिस्तान मे, रेत के धोरो / टीलो के बीच टीन शेड मे बैठकर फर्जी मोबाईल सिमो एवं फर्जी बैंक खातो के माध्यम से सायबर फ्राड करते है। आरोपियो के सम्पर्क सूत्र इतने पुख्ता है कि कुक्षी पुलिस टीम के फलौदी तक पहुँचने पर ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर स्पेशल लिन्क चला दी गई थी जिससे सभी सायबर अपराधियो को सतर्क किया जा सके, लेकिन इसके बाद भी कुक्षी पुलिस टीम द्वारा धैर्य एवं सूझबूझ से काम करते हुये अनिल पिता भागीरथराम विश्नोई को बियाबान रेगिस्तान मे अपने दोस्तो के साथ पार्टी करते हुये अलसुबह धर दबोचा। आरोपी से पूछताछ की जा रही है, जिससे बड़े रैकेट का खुलासा होने की संभावना है। आरोपियो द्वारा सम्पूर्ण भारत मे अलग-अलग बैन्क खातो के माध्यम से 10 करोड़ रूपये से भी अधिक की धनराशि की धोखाधड़ी की गई है। आरोपियो के विरूद्ध सम्पूर्ण भारत मे अलग-अलग राज्यो मे अपराध पंजीबद्ध किये गये है जिसमे पहली सफलता कुक्षी पुलिस को प्राप्त हुई है। इस उल्लेखनीय सफलता मे निरीक्षक राजेश यादव, सहायक उप निरीक्षक चंचलसिंह चौहान, प्र.आर.213 सतीश,  प्रआर 440 वेस्ता सोलिया, आर. 886 अजय,  आर 705 भुरसिंह, आर 462 नीरज, आर 247 प्रदीप, आर 45 महेन्द्र, आर 1100 लोकेश. आर 655 प्रदीप व सायबर टीम प्रआर सर्वेश सोलंकी, आर प्रशांत, आर सुभम का विशेष योगदान रहा है।


 


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार सिंह द्वारा टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।

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