हत्या की घटना कर भागे आरोपी पिता को पुलिस ने किया गिरफ्तार
मामूली विवाद पर की अपने ही पुत्र की हत्या
आरोपी पर वर्ष 2005 मे भी दर्ज हुआ था हत्या का प्रकरण जिसमे आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा था जेल, जिसमे आरोपी काट चुका है लगभग 10 वर्ष की सजा
आरोपी पिता है आदतन अपराधी, थाने की गुंडा लिस्ट मे भी है शामिल
आरोपी पर पुलिस कई बार कर चुकी है प्रतिबंधात्मक कार्यवाही
इक़बाल खत्री
दिनांक 10.08.24 को थाना ऊन पर सुचना प्राप्त हुई कि, कि ग्राम उपडी में रुमसिंग ने अपने ही पुत्र हीरालाल की हत्या कर दी है एवं आरोपी रुमसिंग हत्या कर मौके से फरार हो गया है । सुचना पर पुलिस थाना ऊन मे आरोपी रुमसिंग के विरुद्ध अपराध क्रमांक 384/2024 धारा 103(1) बीएनएस का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया ।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक खरगोन धर्मराज मीना के निर्देशन में अति.पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) मनोहरसिंह बारीया एवं अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) अनुभाग खरगोन रोहित लखारे के मार्गदर्शन मे ऊन थाना प्रभारी गणपत कनेल के नेतृत्व मे पुलिस टीम का गठन किया जाकर हत्या के फरार आरोपी रुमसिंग को शीघ्र से शीघ्र गिरफ़्तारी करने हेतु निर्देशित किया गया था ।
पुलिस टीम के द्वारा उक्त हत्या की घटना के बाद से मुखबिरों को सक्रिय कर आरोपी रुमसिंग के बारे मे जानकारी एकत्रित करने के लिए लगाया गया व उसकी तलाश के लिए पुलिस टीम को आरोपी के छुपने के सभी संभावित आस पास के क्षेत्र मे लगाया गया था । आरोपी की गिरफ़्तारी को लेकर किए जा रहे लगातार जारी प्रयासों के दौरान पुलिस को मुखबिर से सुचना प्राप्त हुई कि, उक्त हत्या की घटना का आरोपी शरदपुरा गांव मे छुपा हुआ है ।
प्राप्त सुचना के आधार पर तत्काल पुलिस टीम को मुखबिर के बताए अनुसार रवाना कर आरोपी को घेराबंदी कर शरदपुरा गांव से पकड़ा गया । पुलिस ने आरोपी से हत्या की घटना के संबंध मे पूछने पर आरोपी ने बताया कि उसका बेटा हीरालाल आरोपी से लडाई झगडा करता था व खेती का काम नहीं करता था, इसी बात पर अपने लडके से नाराज होकर गुस्से में धारधार हथियार कुल्हाडी से मारकर आरोपी ने उसकी हत्या कर दी । प्रकरण में अग्रीम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है ।
उक्त प्रकरण मे अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) अनुभाग खरगोन रोहित लखारे के मार्गदर्शन मे थाना प्रभारी ऊन गणपत कनेल के नेतृत्व मे सउनि औंकार साल्वे, प्रआर. कमल यादव, आर. शंकर, लोकेश, शक्ति, आर. चालक राजेश सुल्या का विशेष योगदान रहा है ।