इक़बाल खत्री
खरगोन ।प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मण्डलेश्वर के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मण्डलेश्वर द्वारा विश्व एड्स दिवस के अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मंडलेश्वर में 02 दिसंबर को विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। नालसा की तस्करी और वाणिज्यिक यौन शोषण पीड़ितों के लिए विधिक सेवाएं योजनाएं 2015 के अंतर्गत शिविर में एड्स पीड़ितों की स्वीकार्यता बढ़ाने, एड्स रोग की रोकथाम विशेष रूप से बच्चों तथा वयस्को के अधिकारों के संरक्षण तथा शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए प्रयास किए जाते है।
शिविर को संबोधित करते हुए जिला न्यायाधीश एवं सचिव सुजीत कुमार सिंह ने कहा कि एड्स पीड़ित के साथ सहानुभूति पूर्वक व्यवहार किया जाना चाहिए। एक एड्स पीड़ित व्यक्ति से हाथ मिलाने से, बात करने से एड्स नही फैलता है। इसलिए किसी भी एड्स पीड़ित व्यक्ति को समाज की मुख्य धारा से अलग नहीं करना चाहिए। हॉस्पिटल में इलाज कराते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि इंजेक्शन लगाते समय हमेशा नई सुईं का उपयोग हो। उपयोग की हुए सुई को तोड़कर डिस्पोजल करें। विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा समय समय पर जागरूकता शिविरों के माध्यम से आम जन को जागरूक किया जाता है। सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के साथ लोगो को कानूनी रूप से साक्षर करने और कानूनी सहायता कार्य भी प्राधिकरण द्वारा किया जाता है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की चिकित्सा अधिकारी डॉ. किरण वर्मा ने कहा कि एड्स के लक्षण दिखाई देने पर उसकी तुरंत जांच करवाना चाहिए। यदि किसी ने रक्त चढ़वाया हो या वजन कम हो रहा हो या बार बार बुखार आ रहा हो तो जांच अवश्य होती है। समय पर पता चल जाने से उपचार में आसानी होती है। एड्स रोगी का उपचार लम्बा चलता है। अच्छे इलाज और अच्छी दिनचर्या से एड्स रोगी लम्बी उम्र तक जी सकता है। इस अवसर पर डॉ. स्वप्निल श्रीवास्तव, पैरालीगल वालेंटियर दुर्गेश राजदीप, जोजू मुरियाडन, केदार शुक्ला, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता एवं पैरामेडिकल स्टॉफ उपस्थित रहा।