अधिकारी कर्मचारियों को लगाए सशस्त्र सेना के ध्वज |
इक़बाल खत्री
खरगोन । 07 दिसम्बर को सशस्त्र झण्डा दिवस के अवसर पर जिला सैनिक कल्याण अधिकारी खण्डवा विंग कमांडर सेवानिवृत्त एम नासिर द्वारा कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, संयुक्त कलेक्टर सत्यनारायण दर्रे, जिले के अधिकारियों को सशस्त्र सेना का ध्वज लगा कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। साथ ही वर्ष 2023-24 के लिये खरगोन जिले को मप्र शासन की ओर से दिये गये लक्ष्य से अधिक राशि जमा करने पर जिला कलेक्टर, अधिकारियों, कर्मचारियों को तथा जिले के निवासियों को हृदय से धन्यवाद दिया।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने सशस्त्र सेनाओं के सैनिकों के त्याग और बलिदान की गाथाओं से परिपूर्ण इतिहास बताया। सशस्त्र सैनिकों के बलिदान एवं त्याग को याद किया। इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल मंगू भाई पटेल एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के संदेश का वाचन किया गया। जिसमें उनकी ओर से समस्त प्रदेश वासियों से सम्मामेलित विशेष निधि में अधिकाधिक राशि दान करने का अनुरोध किया गया। सशस्त्र सेना ध्वज दिवस उनकी स्मृतियों को जाग्रत करता है, साथ ही हम सब देशवासियों में प्रेम और राष्ट्रीयता की भावना भी विकसित करता है। प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी 07 दिसम्बर 2024 से 06 दिस.2025 तक हम सशस्त्र सेना ध्वज दिवस मनाएंगे। यह अपने सैनिकों के साथ एकात्मकता प्रकट करने का एक सु-अवसर है एवं देशवासियों को सैनिकों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का उत्तम समय भी है।
इस अवसर पर जिला सैनिक कल्याण अधिकारी श्री नासिर ने अधिक से अधिक राशि का दान सैनिक सहायता कोष (सशस्त्र सेना ध्वज दिवस) में करने का आह्वान आमजन से किया तथा दूसरों को भी इस पुनीत कार्य के लिए प्रेरित करने का अनुरोध किया। हम सब जानते हैं कि सैनिकों के कल्याण और पुनर्वास के लिए शासन कई योजनायें चला रही है। जिसके लिए सशस्त्र सेना ध्वज दिवस पर एकत्रित राशि ही एकमात्र स्त्रोत है। ध्वज के अलावा भी जो व्यक्ति एवं संस्था एक मुश्त दान इस कोष में देना चाहते हैं वे उसकी रसीद भी प्राप्त कर सकते है। सशस्त्र सेना ध्वज दिवस में दिया गया दान आयकर अधिनियम 1961 की धारा 297 (2) के अंतर्गत आयकर से मुक्त हैं। कार्यक्रम में विरांगना श्रीमती प्रतिभा देवी यादव, श्रीमति सतोषी बघेल, सुरेश सिंह चौहान सेवानिवृत्त जिला सयोजक कैप्टन व पूर्व सैनिक खरगोन-बडवानी, जिले के पूर्व सैनिक तथा उनके परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।