इक़बाल खत्री
खरगोन। नेशनल लोक अदालत का 14 दिसम्बर को आयोजन हुआ। नेशनल लोक अदालत का प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मंडलेश्वर अखिलेष जोशी द्वारा माॅ सरस्वती के पूजन माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर शुभारंभ किया गया। नेशनल लोक अदालत में अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण करने में सबके सकारात्मक सहयोग की बात कही। जिससे शीघ्र, सस्ता एवं सुलब न्याय मिल सके।
इस अवसर पर नेशनल लोक अदालत में विशेष न्यायाधीश मोहम्मद मूसा खान, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय श्रीमती मैरी मार्गेट फ्रांसीस डेविड, जिला न्यायाधीश एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मंडलेश्वर सुजीत कुमार सिंह, जिला न्यायाधीश भगवानदास राठौर, दीपक चौधरी, न्यायाधीश महेन्द्र सिंह, अध्यक्ष जिला अधिवक्ता संघ कार्तिक जोषी अधिवक्ता संघ सचिव, अजय कुमार वर्मा (ठाकुर) एवं अधिवक्ता कार्यकारिणी के सदस्य एवं अधिवक्तागण, मुख्य नगर पालिका अधिकारी शिवजी आर्य, संजय कलोसिया, विद्युत विभाग, बैंक, एवं अन्य विभाग के अधिकारी, पैरालीगल वालेन्टियर्स/खण्डपीठ सदस्यगण जोजू.एम.आर. दुर्गेश कुमार राजदीप एवं पक्षकारगण उपस्थित रहें।
कुटुम्ब न्यायालय में भरण पोषण हेतु चार वर्षो से आपसी मनमुटाव और पारिवारिक विवाद के चलते अलग-अलग रह रहे पति-पत्नी एक हुए। नेशनल लोक अदालत में कुटुंब न्यायालय से कई प्रकरणों में समझौता हुआ। ऋतु की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता आकाश चंद राठौर और प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय श्रीमती मैरी मार्ग्रेट फ्रांसिस डेविड द्वारा उभयपक्ष को दी गई समझाइश के बाद दोनो ने साथ साथ रहना स्वीकार किया। दोनो ने कुटुंब न्यायालय प्रधान न्यायाधीश श्रीमती मैरी मार्ग्रेट फ्रांसिस डेविड एवं सचिव/जिला न्यायाधीश सुजीत कुमार सिंह, खंडपीठ सदस्य जोजू एम.आर. की उपस्थिति में एक दूसरे को माला पहनाकर पुनः दाम्पत्य जीवन शुरू करने का फैसला लिया।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मण्डलेश्वर सुजीत कुमार सिंह द्वारा नेशनल लोक अदालत में निराकृत हुऐ प्रकरणों की जानकारी बतायी गई। जिसमें जिले के 31 न्यायालयों की खण्डपीठ में, लंबित कुल 751 प्रकरणों में राजीनामा हुआ, जिनमें राशि 05 करोड़ 78 लाख 97 हजार 603 रूपये का सेंटलमेंट हुआ। नगर पालिका, बैंक एवं बीएसएनएल के प्रीलिटिगेशन मामलों में कुल 972 प्रकरणों का राजीनामा हुआ, जिनमें 02 करोड़ 80 लाख 30 हजार 899 रूपये की वसूली हुई।