इसका साक्षात् उदाहरण इंदौर ( कुक्षी ) के पारीख परिवार मे देखने को मिला
अंधत्व पर विजय के प्रयास में आपके परिवार का सहयोग वंदनीय एवं प्रेरणादायक है - एम. के. इंटरनेशनल आई बैंक
कुक्षी - दरसल बात यह हुई की कुक्षी निवासी अशोक कुमार जी धनराज जी पारीख परिवार जो इंदौर निवासरत हे। दिनांक 4 नवंबर 2024 को अलग सुबह 5 बजे उनकी आकस्मिक मृत्यु की सुचना मिली। परिवार मे गम का माहौल बन गया। सभी रिश्तेदारों को सुचना की गईं। इस बड़े आघात से परिवार को सदमा लगा परन्तु कहते हे की मृत्यु अटल सत्य हे यह सभी जानते हे।
इस गम की घड़ी मे भी पारीख परिवार ने सूझबूझ का परिचय देते हुए निर्णय लिया की मृत आत्मा की शांति और मानव कल्याण के लिए नेत्रदान किया जाए। पारीख परिवार द्वारा इंदौर के एक चेरिटेबल ट्रस्ट को सुचना दी गईं, जिसका नाम हे एम. के. इंटरनेशनल आई बैंक, सुचना के पशयात ट्रस्ट के डाक्टर्स की टीम वहा पहुँची । परिवार की सहमती से नेत्रदान किया गया।
नेत्रदान के पष्यात एम. के. इंटरनेशनल आई बैंक श्री मुरलीधर किशनगोपाल पारमार्थिक ट्रस्ट के डाक्टर्स ने परिवार को सांत्वना देते हुए कहाँ की हम पुरे परिवार का सहृदय से आभार व्यक्त करते हे और आपके परिवार के प्रियजन, स्वगीय श्रीमान अशोक कुमार जी पारीख ने नेत्रदान कर दो व्यक्तियों को रोशनी का अमूल्य उपहार दिया है। एम. के. इंटरनेशनल आई बैंक परिवार वेदना के इन क्षणों में आपके साथ है। परिवार की इस प्रेरक पहल हेतु आई बैंक आपका हृदय से आभारी है। अंधत्व पर विजय के प्रयास में आपके परिवार का सहयोग वंदनीय एवं प्रेरणादायक है।