खरगोन । 23 सितंबर को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में टीएल बैठक का आयोजन किया गया। इसमें जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश सिंह एवं अपर कलेक्टर श्रीमती रेखा राठौर द्वारा समय सीमा संबंधी प्रकरणों की विस्तार से समीक्षा की गई और आवश्यक दिशा निर्देश दिये गए। बैठक में संयुक्त कलेक्टर श्रीमती हेमलता सोलंकी, डिप्टी कलेक्टर आकांक्षा करोठिया एवं सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में सभी एसडीएम, तहसीलदार, जनपद पंचायतों के सीईओ व नगरीय निकायों के सीएमओ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उपस्थित थे।
बैठक में सर्वप्रथम सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों की समीक्षा की गई। इस दौरान निर्देशित किया गया कि जो प्रकरण अधिक दिनों से लंबित है उनका निराकरण प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। सीएम हेल्पलाइन में आने वाली शिकायतों व समस्याओं का निराकरण समय सीमा में होना चाहिए। जो अधिकारी सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों को अटेंड नहीं करेंगे उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
17 सितंबर से प्रारंभ होकर 02 अक्टूबर तक चलने वाले स्वच्छता ही सेवा अभियान में किये जा रहे कार्यों की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया गया कि इस अभियान में अधिक से अधिक आमजन की सहभागिता सुनिश्चित की जाए। इसके लिए नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता रैली एवं स्वच्छता से जुड़े अन्य कार्यक्रमों का आयोजन करने का कहा गया। नगरीय क्षेत्रों में सफाई मित्रों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर शिविर लगाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में आकांक्षी ब्लॉक भगवानपुरा एवं झिरन्या में विभिन्न विभागों की योजनाओं में पोषण, स्वास्थ्य एवं रोजगार संबंधी दिये गए लक्ष्यों को 30 सितंबर तक हर हाल में पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। बैठक में अन्त्यावसायी सहकारी विकास समिति की संत रविदास एवं डॉ. अम्बेडकर स्वरोजगार योजना में लक्ष्य के अनुरूप प्रकरण तैयार कर बैंकों को प्रेषित करने एवं उनमें ऋण स्वीकृत कराने के निर्देश दिए गए। बैठक में बताया गया कि आगामी 02 से 08 अक्टूबर तक जिले में मद्य निषेध सप्ताह मनाया जाएगा। इसके अंतर्गत जिले के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में नशीले एवं मादक पदार्थों के सेवन को रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।
बैठक में बताया गया कि आयुष्मान भारत निरामयम योजना के अंतर्गत जिले में 20 से 30 सितंबर तक आयुष्मान पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत आयुष्मान कार्ड बनाने तथा 05 लाख रुपये तक का प्रतिवर्ष निःशुल्क उपचार प्राप्त करने के लिए आमजन को जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही आमजन को अपना आभा आईडी निर्माण करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। आभा आईडी किसी भी स्वास्थ्य केन्द्र पर अपना आधार नंबर एवं मोबाइल नंबर की मदद से बनाई जा सकती है। आभा आईडी 14 अंकों वाली एक विशिष्ठ स्वास्थ्य पहचान संख्या है।