साइबर डिफेंस अपनी डिजिटल जिंदगी की सुरक्षा स्वयं करें- डॉ वरुण कपूर |
इक़बाल खत्री
खरगोन । बाल भारती पब्लिक स्कूल, एनटीपीसी खरगोन में 20 सितंबर को एक विशेष साइबर सुरक्षा कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य छात्रों, शिक्षकों और एनटीपीसी कर्मचारियों को साइबर सुरक्षा के महत्व और डिजिटल खतरों से निपटने के उपायों के प्रति जागरूक करना था।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. वरुण कपूर, आईपीएस, विशेष पुलिस महानिदेशक उपस्थित रहे। डॉ. कपूर ने अपनी ब्लैक रिबन इनिशिएटिव की 711 कार्यशाला में साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में अपने अनुभव साझा किए और ब्लैक रिबन इनिशिएटिव और ब्लू पाम जैसे जागरूकता अभियानों पर प्रकाश डाला। उन्होंने साइबर खतरों से बचने के लिए महत्वपूर्ण सुरक्षा उपायों की जानकारी दी और बताया कि कैसे इन अभियानों के माध्यम से देशभर में साइबर सुरक्षा जागरूकता फैलाई जा रही है।
कार्यक्रम की शुरुआत बाल भारती पब्लिक स्कूल एनटीपीसी खरगोन की प्रधानाचार्या श्रीमती नीरू तलवार के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने साइबर सुरक्षा के बढ़ते खतरों पर चिंता जताई और इस प्रकार की कार्यशालाओं के माध्यम से छात्रों और शिक्षकों को सतर्क रहने की आवश्यकता पर बल दिया। एनटीपीसी खरगोन के मुख्य महाप्रबंधक सुभाषिश बोस और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने कार्यक्रम में भाग लिया, जिससे कार्यक्रम की गरिमा बढ़ी। श्री बोस ने कहा डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है, और इस तरह की कार्यशालाएं सभी को इस दिशा में सजग करने का काम करती हैं।
कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को साइबर अपराधों से बचाव के तकनीकी और व्यवहारिक उपायों के बारे में जानकारी दी गई। डॉ. कपूर ने बताया कि कैसे फिशिंग, साइबर बुलिंग, सोशल इंजीनियरिंग और ऑनलाइन गेमिंग जैसे साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं और इनके प्रति सचेत रहना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सलाह दी कि निजी जानकारी ऑनलाइन साझा करने से बचें, मजबूत पासवर्ड बनाएं, और अनजान ईमेल या संदेशों से दूर रहें। साथ ही, डिजिटल फुटप्रिंट्स के बढ़ते प्रभाव और गेमिंग डिसऑर्डर के कारण साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों पर भी चर्चा की गई। कार्यक्रम के सुचारू रूप से संचालन में इंस्पेक्टर पूनम राठौर और उनकी टीम का विशेष योगदान रहा।
कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्या श्रीमती नीरू तलवार ने डॉ. कपूर और अन्य अतिथियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला ने हमारे छात्रों और शिक्षकों को साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं पर गहन जानकारी प्रदान की है। हमें आशा है कि इस ज्ञान को अपने जीवन में लागू कर हम एक सुरक्षित डिजिटल समाज का निर्माण करेंगे। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रीय गान के साथ हुआ।