कुक्षी।इकबाल खत्री
ऋषि पंचमी से शुरू हुए दिगम्बर जैन समाज के दशलक्षण पर्व का अनन्त चौदस को बड़े ही भक्ति भाव से समापन हुआ। इस 10 दिवसीय पर्व में समाज के सभी वर्गों में विशेष उत्साह रहा। पर्युषण पर्व के दसो दिन समाजजन ने अपनी तिथिवार बोलियाँ लगाई जिसमे उक्त परिवार द्वारा प्रातःकाल में भगवान के अभिषेक,शांतिधारा व पूजन तथा दोपहर में विधान व सन्ध्याकाल में प्रभु की महाआरती की गई।
श्री उमंग जी शास्त्री(सागर वाले) व समाज के श्री देवेंद्र पाटनी के द्वारा शास्त्र प्रवचन किया गया। प्रतिदिन रात्रि में सांस्कृतिक/धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा जिसमें सभी ने उत्साह व श्रद्धा के साथ हिस्सा लिया। पर्युषण पर्व के अंतिम दिन भगवान 1008 श्री आदिनाथ जी की शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से निकाली गई। एकम के दिन समाज की श्रीमती नीता-मुकेश बड़जात्या 5 उपवास, सम्यक नीलेश बड़जात्या 3 उपवास व अन्य तपस्वियों का समाजजन द्वारा बहुमान किया गया। इसके पश्चात सभी समाजजनों द्वारा भगवान के सम्मुख विगत वर्ष में उनके द्वारा की गई गलतियों की क्षमायाचना की गई पश्चात सभी ने आपस मे एक दूसरे से क्षमायाचना की!अगले दिन तालनपुर जी तीर्थ क्षेत्र पर स्वामीवात्सल्य रखा गया जिसमें कुक्षी-सुसारी-लोहारी-पिपल्या के सभी समाजजन उपस्थित रहे।उक्त जानकारी समाज के विशाल पाटनी द्वारा दी गई।