जय आदिवासी युवा संगठन (जयस) अलीराजपुर ने माननीया संपतिया उईके प्रभारी मंत्री का स्वागत कर 15 सूत्रीय ज्ञापन सोंप

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मंत्री महोदया ने टंट्या भील गाता पर माल्यार्पण कर लिया आशीर्वाद, आदिवासी समाज जनों ने किया स्वागत


बिलाल खत्री

अलीराजपुर:-जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन ( जयस ) जिलाध्यक्ष अरविंद कनेश के नेतृत्व में अलीराजपुर जिले की विभिन्न समस्याओं एवं आवश्यक मांगो को लेकर जिले की प्रभारी मंत्री माननीया संपतिया उईके जी को वन  विभाग के सर्किट हाउस में मुलाकात कर ज्ञापन सोंपा गया है एवं समाज जनों के द्वारा स्थानीय टंट्या भील मामा गाता स्थल पर स्वागत किया गया, जहां पर मंत्री महोदया ने टंट्या भील की मूर्ति पर माल्यार्पण कर आशीर्वाद लिया। जयस जिला अध्यक्ष अरविंद कनेश ने ज्ञापन के माध्यम जिले के हित के लिए मांग की गई है कि अलीराजपुर आदिवासी बाहुल्य जिला हैं।शिक्षा के क्षेत्र में जिले की स्थिति देश में सबसे निचले पायदान पर हैं। नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार देश में सबसे गरीब जिला भी हैं।आज भी जिले की कई मांगे लंबित है तथा कई आवश्यक सुविधाओं का अभाव हैं। आदिवासी समाज एवं जिलेवासियों के द्वारा लम्बे समय से निम्नलिखित मांगे जनहित में की जा रहीं हैं।


1)जिले में आदिवासी समाज के द्वारा आदिवासी जननायक टंट्या भील मामा का गाता (मूर्ति स्थापना) दाहोद नाका अलीराजपुर में कई गई है।दाहोद नाका अलीराजपुर चौराहे का नामकरण " जननायक टंट्या भील चौराहा" किया जावे।


2)जिला मुख्यालय अलीराजपुर में प्रतिदिन ग्रामीण आदिवासीयों का सरकारी काम,मजदूरी आदि के लिए आना जाना होता हैं।लेट होने तथा बस आदि छूट जाने से ग्रामीणों के लिए रुकने की कोई व्यवस्था नही है जिससे भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।जिस कारण से जिला मुख्यालय अलीराजपुर में "आदिवासी समाज मांगलिक भवन हेतु जमीन आवंटन एवं भवन निर्माण की स्वीकृति प्रदान करने की मांग की जाती हैं।


3) जिले के सोरवा ग्राम में जन्मे आदिवासी क्रांतिकारी शहीद छितुसिंह किराड़ की जन्म स्थली का जीर्णोद्धार कर  "आदिवासी समाज प्रेरणा केंद्र एवं मूर्ति स्थापाना की घोषणा तात्कालिन पूर्व मुख्यमंत्री  शिवराजसिंह चौहान के द्वारा की गई थी।उसे तत्काल संज्ञान में लेकर कार्यवाही कराने हेतु निवेदन है।


4) विधानसभा क्षेत्र जोबट एवं जिले के कई गांवों में खनिज उत्खनन हेतु गांवों का सर्वे कर खनिज ब्लाकों की नीलामी की जा रही है।जिससे आदिवासियों में भय का माहौल बना हुआ है, खनिज नीलामी की कार्यवाही को तत्काल निरस्त किया जावे।


5) अलीराजपुर नगर का नामकरण जिला घोषित होने के समय नोटिफिकेशन में आलीराजपुर के स्थल पर अलीराजपुर किया गया है। उसे दुरुस्त कर पुनः "आलीराजपुर" किया जाने की मांग की जाती हैं।


6) जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत नानपुर को तहसील टप्पा घोषित किया जावे।


7)आदिवासी देव स्थलों एवं आदिवासियों के आराध्य बाबादेव स्थल के संरक्षण हेतु चबूतरा निर्माण,बाउंड्रीवाल निर्माण, शौचालय निर्माण एवं पेयजल हेतु हेण्डपम्प खनन की मांग की जाती हैं।


8) जिले के कई ग्रामों में आदिवासी बच्चें भवन विहीन शाला कच्ची झोपड़ी में पढ़ाई करने के लिए मजबूर हैं। भवन विहीन शालाओं में शाला भवन स्वीकृत करने की मांग की जाती हैं।


9) नर्मदा नदी डूब प्रभावित क्षेत्र एवं पहाड़ी क्षेत्र ग्राम सकराज में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्वीकृत करने की मांग लम्बे समय से क्षेत्रवासियों के द्वारा की जा रही हैं।पहाड़ी क्षेत्र के ग्राम नदी सिरखडी, खुन्दी, अंजनबारा, बड़ाअम्बा, डुबखड़ा, जलसिंधी,आकड़ीया आदि गांवों के  ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बखतगढ़ 50-60 किलो मीटर की दूरी पार कर ईलाज के लिए आते हैं। ग्राम सकराज में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्वीकृत करने की मांग की जाती हैं।


10)जिले में खेल प्रतिभावों की कमी नही है,यहां से तीरंदाजी, बॉक्सिंग,ताईकांडों एवं कराते के अंतरराष्टीय खिलाड़ी रहे हैं। परंतु जिले में खेल स्टेडियम नहीं होने से प्रतिभावों को उचित मंच नही मिल रहा है।


11) अलीराजपुर जिले में मेडिकल कॉलेज एवं कृषि महाविद्यालय की मांग भी लम्बे समय से जिले वासियों के द्वारा की जा रही है,स्वीकृति प्रदान की जावे।


12) ग्राम खुन्दी से कुण्डालची फलिया सकरजा विकासखण्ड सोंडवा एवं ग्राम पस्टार से ग्राम  कुहा तक विकासखण्ड कट्ठीवाड़ा प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़क स्वीकृत करने की मांग की जाती हैं, ताकि ग्रामीणों को आने जाने में परेशानी काम समान नही करना पड़े।


13) ग्राम पंचायत बोकड़िया के छोटी वास्कली (भील फ़0) फलिया, छोटी बामनिया फलिया,पचाया फलिया विकासखण्ड कट्ठीवाड़ा के उक्त गांवों में आज तक बिजली नही पहुँची हैं।उक्त गांवों में विधुतीकरण की कार्यवाही अविलंब करने की मांग की जाती हैं।


14) सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग एवं सहित जिले में भारी भ्रस्टाचार किया जा रहा है, कट्ठीवाड़ा बीईओ कार्यलय में लगभग 21 करोड़ रुपये का भ्रस्टाचार हुआ है, सम्बंधित से अभी तक वसूली की कार्यवाही नही की गई है।उच्च पद प्रभार में काउंसलिंग के नाम से शिक्षकों से हजारों रुपये वसूल किये जा रहे हैं। सहायक आयुक्त कार्यलय सहित सभी खण्ड शिक्षा कार्यलयों की उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा जांच की जावे।


15)जिला शिक्षा कार्यलय एवं सर्व शिक्षा अभियान जिला स्तर एवं जनपद शिक्षा केन्द्र में भी कई अपात्र शिक्षक स्कूलों में पढ़ाने नही जाते हुए बाबू एवं अधिकारी बन कर भारी भ्रस्टाचार किया जा रहा है।उचित कार्यवाही की जावे।


 जिले वासियों एवं जनहित की भावनाओं को समझते हुए उपरोक्त मांगो को का त्वरित कार्यवाही कर स्वीकृति प्रदान करने की मांग आदिवासी समाज जनों के माध्यम से की गई है। जिस पर जिला प्रभारी मंत्री ने बहुत गम्भीरता पूर्वक मांगो को सुन कर त्वरित कार्यवाही का भरोसा दिया गया है।इस अवसर आदिवासी समाज जिला कोर कमेटी, जयस, आदिवासी छात्र संगठन आदि के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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