बिलाल खत्री
झाबुआ तालीम हासिल करने का मकसद सिर्फ खुद का कैरियर बनाना ही नहीं होना चाहिए बल्कि आपकी सलाहियतों से आपकी कौम और आपके देश को फायदा पहुँचे ऐसा मकसद होना चाहिए, हम बेहतर समाज का निर्माण तब ही कर सकते हैं जब हम अच्छी तालीम लेकर उससे लोगों को फायदा पहुंचाए, एक अच्छा इंसान वही है जिससे लोगों को फायदा हासिल हो " उक्त विचार मुफ़्ती रुहुल अमीन ने व्यक्त किये वे यहाँ आयोजित ऑल इण्डिया हज वेलफेयर सोसायटी के दूसरे मेधावी मुस्लिम छात्र सम्मान समारोह में बतौर विशेष अतिथि मौजूद थे,
मुख्य अतिथि सोसायटी के चेयरमैन मुकीत खान ने ज़िला इकाई के कामों की प्रशंसा करते हुए उसे राज्य स्तरीय हज कांन्फ्रेंस में सम्मानित करने की घोषणा की, खान ने ज़िला इकाई के सदस्यों से भविष्य में कैरियर गाईडन्स शिविर एवम निःशुल्क कोचिंग सेंटर शुरू किये जाने का आग्रह किया,
कार्यक्रम के विशेष आमंत्रित अतिथि मंडल अभियंता (रेल्वे) अबुज़र गफ्फारी ने सम्मानित हुए विद्यार्थियों को अपना लक्ष्य निर्धारित कर निरंतर प्रयास करते रहने व अपने लक्ष्य पर डटे रहने की सलाह दी, उन्होंने बच्चों को ज़रूरत पढ़ने पर कैरियर से संबंधित मार्गदर्शन दिए जाने के लिए अश्वस्त किया साथ ही सिविल सर्विसेस परीक्षा (2019) में इंजिनियरिंग केटेगरी में प्रथम रैंक हासिल किये जाने से पहले के अपने अनुभव बताए,
राष्ट्रीय महासचिव सैय्यद रियाज़ ने शिक्षा की एहमियत बताते हुए दीनी व दुनियावी तालीम दोनों हासिल किये जाने पर ज़ोर डाला, उन्होंने बच्चों से आगे और बेहतर परिणाम लाने और हायर एजुकेशन के लिए अभी से तैयारी किये जाने की बात कही,
कार्यक्रम के अध्यक्ष धार से आए हुए जहाँगीर खान थे, सोसायटी की ज़िला इकाई के अध्यक्ष अब्दुल समद खान ने स्वागत भाषण दिया उनकी ओर से हज के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाएं दे रहै सेंधवा ज़िला बड़वानी के अब्दुल गफ्फार खत्री का सम्मान किया गया साथ ही ज़िले में निःशुल्क कोचिंग देने वाले शिक्षकों का भी सम्मान किया गया, कार्यक्रम में कक्षा 10वीं एवम 12वीं में 60% या उससे से ज़्यादा अंक हासिल करने वाले ज़िले के 50 मुस्लिम विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया, ज़िला इकाई की ओर से मेहमानों को स्मृति चिन्ह प्रदान किये गए,
कार्यक्रम का आगाज़ कुरआन पाक से हुआ अंत में मुफ़्ती साहब ने दुआ कराकर कार्यक्रम खत्म किया, इस मौक़े पर सोसायटी के नईम शेख, हारून खत्री, शाहिद निज़ामी, तस्दीक आलम, हसन क़ाज़ी, सैय्यद ज़ुल्फिकार, अज़हर हुसैन, मोहम्मद सईद खान, गुलरेज़ आलम, तबरेज़ खान आदि मौजूद थे।