अलीराजपुर जिला खेल अधिकारी सुश्री संतरा निनामा ने बताया कि म.प्र शासन की महत्वपूर्ण योजना माँ तुझे सलाम योजना के अंतर्गत अलीराजपुर के चयनित बालक खिलाड़ियों का दल राजस्थान स्थित तनोट माता मंदिर के लिए दिनांक 28 जुलाई को रवाना होगा। आज कलेक्टर डॉ अभय अरविंद बेडेकर ने चयनित खिलाडियों से मुलाकात की । इस दौरान कलेक्टर डॉ बेडेकर ने समस्त उपस्थित खिलाडियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इसी तरह अपने जिले और परिवार का नाम रोशन करें साथ ही अनुशासित रहकर उक्त यात्रा का लाभ लेकर अन्य खिलाडियों को अपने अनुभव साझा करें ताकि भविष्य में जिले से अन्य खिलाड़ियों को आप लोगों से प्रेरणा मिले। मां तुझे प्रणाम योजना का मुख्य उद्देश्य बालकों के मन में राष्ट्रीय भावना को विकसित करना ताकि राष्ट्र के निर्माण में अपनी भूमिका निभा सके ।
खेल अधिकारी सुश्री निनामा ने बताया कि योजना के अंतर्गत बालकों को सुविधा दी जाएगी जिसमें दैनिक खर्च आवास की सुविधा , यातायात की सुविधा यात्रा की सुविधा ट्रैकसूट टी-शर्ट है किट बैग जैसी सुविधाएं शासन की ओर से उपलब्ध कराई जाएंगी।
उप संचालक कृषि ने किया फसल स्थित का अवलोकन |
अलीराजपुर ग्राम सोण्डवा, औझड, उमराली, दरकली, अठावा, छोटी वेगलगांव में भ्रमण कर फसल स्थिति काअवलोकन किया गया। भ्रमण के दौरान ग्राम उमराली के किसान पारला पिता ढोकलिया के खेत में सोयाबीन फसल प्रदर्शन की नवीन किस्म RVS 2001-04 का अवलोकन कर किसानों को नवीन किस्म के बीजो को बुवाई हेतु अगले 03 वर्षों तक उपयोग करने एवं बीज तैयार करने की सलाह दी गई। ग्राम अठावा के किसान गुमान पिता भेरू के खेत में सोयाबीन फसल प्रदर्शन एवं ग्राम छोटी वेगलगांव के किसान बहादुर पिता पुना के खेत में उड़द फसल की नवीन किस्म IPU 13-01 का अवलोकन कर किसानों को सलाह दी गई की ये किस्म पीला मौजेक रोधी है इस किस्म को अधिक-अधिक किसानों के यहा फैलाना है। इसी प्रकार ग्राम वेगलगांव के कृषक झंझाड़िया के खेत में मूंगफली की नवीन किस्म के फसल प्रदर्शन का अवलोकन किया गया। उप संचालक कृषि ने किसान भाइयों से अपील की वे लगातार वर्षा होने पर निचली भूमि में जल भराव होने की स्थिति निर्मित हो जाती है। लगातार खेत में जलभराव होने पर फसल सड़ने लगती है। ऐसी स्थिति में खेतों की मेढ़ों से अतिरिक्त पानी की निकास करने की सलाह दी गई।
उड़द एवं सोयाबीन फसलों में पीला मोजेक रोग जो सफेद मक्खी द्वारा फैलता है। जिसका नियंत्रण करने से यह रोग नहीं फैल जाता है।, सफेद मक्खी की रोकथाम के बीज उपचार करना चाहिए पीले पौधे जैसे ही दिखाई पड़े, उन्हें उखाड़कर नष्ट करना चाहिये, खेतों को हमेशा साफ, एवं खरपतवार रहित रखना चाहिये। रोग नियंत्रण हेतु खडी फसल में 35 दिन बाद की अवस्था पर थायोमेथोक्जाम 25 डब्ल्यू जी 100 ग्राम प्रति हेक्टेयर छिड़काव करें। या इमिडाक्लोरोप्रिड़ 17.8 एस.एल. दवा 600 मिली./हेक्टेयर का छिड़काव बोनी के 35 दिन पर करें। लाभकारी अंतवर्ती फसल अरहर, मक्का ज्वार आदि का उपयोग करें। अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए संतुलित मात्रा में उर्वरकों का उपयोग करने की सलाह दी गई। भ्रमण के दौरान उप संचालक कृषि के साथ क्षेत्र के कृषि विस्तार अधिकारी दिलीप तोमर, मड़िया भूरिया करण डावर एवं क्षेत्र के किसान मौजूद थे। उक्त जानकारी उप संचालक कृषि विभाग द्वारा दी गई ।
24 घंटे में प्रातः 08 बजे तक 16.5 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज
अलीराजपुर जिले में बीते 24 घंटे में प्रातः 08 बजे तक 16.5 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। तहसीलवार अलीराजपुर में - 59.0 , जोबट में -6.4,उदयगढ़ में -3.0, च. शे. आ. नगर में -6.0, कट्ठीवाड़ा -20.0, सोण्डवा में -5.0 कुल 99.4 वर्षा हुई। जिले में 01 जून से 25 जुलाई तक 317.3 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। जिले के अलीराजपुर - 374.8, जोबट -308.4, उदयगढ़ -279.0 , च. शे. आ. नगर -281.6, कट्ठीवाड़ा - 396.0 , सोण्डवा -264.0 कुल 1903.8 मि.मी दर्ज की गई । गत वर्ष इसी अवधि में औसत वर्षा 405.8 मिलीमीटर थी। यह जानकारी अधीक्षक भू-अभिलेख से प्राप्त जानकारी द्वारा दी गई ।