आसन्न विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की स्थिति मजबूत दिखाई दे रही है और भूपेश बघेल किसी भी प्रकार का कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं जिससे विपक्षी दल भाजपा, जकांछ को मौका मिल पाए। कांग्रेस ने 75 पार का नारा दिया है जो अब सार्थक होता दिख रहा है लेकिन छत्तीसगढ़ की दो हाईप्रोफाइल सीट कोटा मरवाही में कांग्रेस की प्रचंड जीत पर आशातीत सफलता नहीं मिलती दिख रही है।
इन दोनों सीट पर कांग्रेस की अंतर्कलह अब उजागर हो रही है और जोगी परिवार का गृह ग्राम होने की वजह से बहुत हद तक जकांछ यहां मजबूती से पकड़ बनाए हुए है। जकांछ एक ओर कांग्रेस के असंतुष्ट वर्ग को साधने में लगी है इसके साथ साथ उपचुनाव में जकांछ छोड़ कांग्रेस मे शामिल हुए लोग जोगी परिवार की नजदीकियां बढ़ा रहे हैं।
स्थानीय सूत्र बताते हैं कि वर्तमान में नवनियुक्त जिलाध्यक्ष भी अमित जोगी के मोहपाश में बंधे हुए हैं उसका कारण भी है कि वे छत्तीसगढ़ में यूथ कांग्रेस के दो बार प्रदेश अध्यक्ष अजीत अमित जोगी के रहमो करम से बने थे और जोगी जबतक जीवित थे उनको अपना दूसरा बेटा कहते थे।इसकी मिसाल जिला कांग्रेस के संगठन में बखूबी दिखाई दे रही है कि हर कार्यक्रम में जोगी कांग्रेस से आए लोग पार्टी की अगुवाई कर रहे हैं और जो खालिस कांग्रेसी हैं वो हर कार्यक्रम से नदारद रहते हैं और रहते भी है तो उनको अपमानित किया जाता है।नव नियुक्त जिलाध्यक्ष उत्तम वासुदेव द्वारा अभी निष्ठावान कांग्रेसी नेताओं को कारण बताओ नोटिस, कुछ को पार्टी से निलंबन कर चुनाव तक ऐसा व्यूह तैयार कर रहे हैं जिससे उनके अधीन दब्बू, पिछलग्गू नेता ही बचें और वे कोटा मरवाही में जोगी कांग्रेस को विजय दिला कर अपने अहसानों का बदला चुका सकें।
गौरतलब है कि नव नियुक्त जिलाध्यक्ष की चाबी एक जोगी कांग्रेस से आए नेता के पास है वो जैसा चाहते हैं वैसी चाबी भरकर नाच नचा रहे हैं।
स्थानीय नेता दबी जुबान में यह भी कह रहे हैं कि मरवाही में वर्तमान विधायक को हराने का षड्यंत्र भी जिला कांग्रेस कार्यालय में रचा जाता है और आवेदित उम्मीदवारों को को डायवर्ट यहीं से किया जा रहा है।
लोग यहां तक बोल रहे हैं कि अमित जोगी ने एक बड़ा पैकेज पूर्व से जिला कांग्रेस को मैनेज करने के लिए भेज दिया है इसकी बानगी देखी जा सकती है जब दोपहर से देर रात तक चलने वाली जिला कार्यालय में टेबल पार्टी की भीड़ लगना शुरू हो जाती है ।
इसके साथ साथ अभी हाल में जिला कांग्रेस मरवाही चुनाव प्रभारी के कार्यक्रम में महिला कांग्रेस की महिलाओं को कांग्रेस के कार्यक्रम में बुला कर बेइज्जती की जाती है और वे महिलाएं पार्टी का काम न करने का मन बना रखी हैं, कांग्रेस के वाट्सएप ग्रुप में महिलाओं ने अपनी पीड़ा बताई तो मरवाही चुनाव प्रभारी ने महिलाओं से माफी मांगी है।
इधर राहुल गांधी भारत जोड़ने निकलें हैं और इधर जिलाध्यक्ष कांग्रेस तोड़ने में लगे हैं। जबकि सर पर चुनाव है। जिलाध्यक्ष की पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ किया जा रहा निष्कासन निलंबन चुनाव में बहुत ही घातक होगा अगर ये अपना अड़ियल रवैया और तानाशाही रूप नहीं बदलते है तो पार्टी के शीर्ष नेताओं को इस हरकत पर अंकुश लगाना चाहिए ऐसी स्थिति में तो यहां कांग्रेस कमजोर होती दिख रही है।
यहां पर जिस प्रकार की स्थिति निर्मित हुई है उससे तो भूपेश बघेल के 75 पार के सपने अधूरे ही दिख रहे हैं।