यूक्रेन ने एक बार फिर रूस पर हमला कर दिया। ड्रोन हमले में यूक्रेन ने रूस के सबसे बड़े टैंकरों में से एक को निशाना बनाया। यूक्रेनी सुरक्षा सेवा के एक अधिकारी के अनुसार, 450 किलो टीएनटी से लैस ड्रोन ने रूसी झंडे वाले सिग जहाज पर हमला कर दिया।
विदेशी मीडिया के अनुसार, रूसी अधिकारियों का कहना है कि हमले के वजह से जहाज के स्टारबोर्ड के वॉटर लाइन में छेद हो गया, जिस वजह से पानी के इनटेक को बंद करना पड़ा। रूस के समुद्री-नदी परिवहन एजेंसी ने बताया कि हमले के कारण किसी व्यक्ति को चोट नहीं पहुंची है। हमले के दौरान सिग तेल का परिवहन नहीं कर रहा था। हालांकि, यूक्रेन का दावा है कि टैंकर रूसी सेना के लिए ईंधन ले जा रहा था और जहाज के कुछ लोग घायल हुए हैं।
बता दें, यूक्रेन ने एक दिन पहले भी रूस पर ड्रोन हमला किया था। यूक्रेन ने काला सागर में स्थित रूस के बंदरगाह सहित एक युद्धपोत पर हमला किया था। हमले में रूस की नौसेना के लैंडिंग जहाज ओलेनेगॉर्स्की गोर्न्याक को नुकसान पहुंचा है। हमले के कारण रूसी युद्धपोत अब किसी लड़ाकू अभियान में शामिल नहीं हो सकता। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रूस का काला सागर बंदरगाह एक नौसैनिक अड्डा है। यहां एक जहाज निर्माण यार्ड और एक तेल टर्मिनल भी है। बंदरगाह निर्यात के लिए महत्वपूर्ण है। यह यूक्रेन के क्रीमिया से लगभग 110 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। यूक्रेन के सुरक्षा सेवा के अधिकारी ने हमले को लेकर कहा था कि देश की नौसना और सुरक्षा सेवा ने मिलकर हमले को अंजाम दिया। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा था कि हम सभी यूक्रेन की सुरक्षा सेवा के आभारी हैं। हालांकि, रूस ने बंदरगाह और युद्धपोत पर हुए हमले को नकार दिया। रूसी रक्षा मंत्रालय का कहना था कि उन्होंने दोनों हमलों को विफल कर दिया है। नौसेना ने यूक्रेन के दो समुद्री ड्रोनों को मार गिराया है।
जानकारों के अनुसार, काला सागर में रूस की नौसैनिक शक्ति को चुनौती देना यूक्रेन के लिए चुनौती भरा होगा। काला सागर में रूस के 50 युद्धपोत और सात पनडुब्बियों के अलावा बड़ी संख्या में सहायक जहाज हैं। रूसी बेड़े के सामने यूक्रेनी बेड़ा कहीं टिक नहीं सकता है।