सर्वेक्षण में शामिल लोगों में से करीब 8.5 प्रतिशत ने कहा कि उन्होंने कार्यस्थल पर शारीरिक हिंसा एवं उत्पीड़न का सामना किया। इस प्रकार का उत्पीड़न सहने वालों में महिलाओं की तुलना में पुरुषों की संख्या अधिक है।