नंदा नगर में जैन मंदिर के नजदीक एक धर्मशाला में जैन मुनि आचार्य श्री 108 विमद सागर रुके हुए थे। यहीं पर उन्होंने फांसी लगाकर जान दे दी।
इंदौर में शनिवार शाम एक जैन मुनि ने परदेशीपुरा इलाके में एक धर्मशाला के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। संत का नाम आचार्य श्री 108 विमद सागर था। जानकारी के मुताबिक, वह चातुर्मास के सिलसिले में इंदौर आए थे। पुलिस इस मामले में अन्य जानकारी जुटा रही है। इस घटना के बाद जैन समाज के सैकड़ों श्रद्धालु मौके पर जमा हो गए।
जैन मुनि की आत्महत्या के कारणों का अभी खुलासा नहीं हुआ है। स्थानीय सीएसपी निहित उपाध्याय का कहना है कि धर्मशाला में जैन मुनि का शव पंखे से लटका था और दरवाजा अंदर से बंद था। समाज के लोगों ने उन्हें उतारा। उनकी मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। जांच की जा रही है।